गोल्ड लोन बनाम पर्सनल लोन – आपके लिए कौन सा बेहतर है?

 गोल्ड लोन बनाम पर्सनल लोन – आपके लिए कौन सा बेहतर है?



कभी-कभी अचानक ऐसी स्थिति आ जाती है जब पैसों की ज़रूरत तुरंत पड़ती है – जैसे मेडिकल इमरजेंसी, शादी-ब्याह या बिज़नेस में निवेश। ऐसे वक्त पर दिमाग में सबसे पहले दो नाम आते हैं – गोल्ड लोन और पर्सनल लोन। दोनों ही आसान विकल्प हैं, लेकिन इनकी शर्तें और फायदे अलग-अलग हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि कौन-सा लोन आपके लिए सही रहेगा, तो चलिए इसे सरल भाषा में समझते हैं।


 


गोल्ड लोन – तुरंत मिलने वाला सहारा

भारत में लगभग हर घर में थोड़ा-बहुत सोना ज़रूर होता है। गोल्ड लोन की खासियत यही है कि आपको सिर्फ सोना गिरवी रखना होता है और उसके बदले तुरंत पैसा मिल जाता है। डॉक्यूमेंटेशन भी कम होता है और मंजूरी जल्दी मिलती है। कई बार तो बैंक या NBFC कुछ ही घंटों में पैसा आपके खाते में डाल देते हैं।


 


पर्सनल लोन – बिना गारंटी का विकल्प

पर्सनल लोन लेने के लिए आपको किसी भी तरह की संपत्ति या सोना गिरवी रखने की ज़रूरत नहीं होती। यह पूरी तरह आपकी आय और क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। अगर आपकी नौकरी स्थिर है और EMI चुकाने की क्षमता है, तो बैंक आसानी से लोन दे देते हैं। इसका फायदा यह है कि आपको गहनों को छूने की ज़रूरत नहीं पड़ती।


 


ब्याज दर में बड़ा फर्क

गोल्ड लोन पर ब्याज दर सामान्य तौर पर 7% से 12% तक रहती है। यानी, यह अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है। वहीं, पर्सनल लोन की ब्याज दर 10% से 24% तक जा सकती है। मतलब, लंबे समय में पर्सनल लोन महंगा साबित हो सकता है।


 


कितनी रकम मिल सकती है?

गोल्ड लोन: जितना सोना आपके पास है, उसी हिसाब से लोन मिलेगा। अगर आपके पास ज्यादा सोना है तो बड़ी रकम भी मिल सकती है।


पर्सनल लोन: यह आपकी सैलरी, आय और क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। जिनका क्रेडिट स्कोर खराब है, उन्हें या तो लोन नहीं मिलता या फिर बहुत ऊंची ब्याज दर पर मिलता है।


 


जोखिम की तुलना

गोल्ड लोन का सबसे बड़ा खतरा यही है कि अगर आप किस्त नहीं चुका पाए तो बैंक आपका सोना बेच सकता है। दूसरी ओर, पर्सनल लोन में गारंटी नहीं होती, लेकिन किस्त न भरने पर आपका क्रेडिट स्कोर गिर जाता है, जिससे आगे लोन लेना मुश्किल हो सकता है।


 


किसे चुनें?

अगर आपके पास घर में सोना रखा है और आप जल्दी, आसान और कम ब्याज पर लोन चाहते हैं, तो गोल्ड लोन बेहतर रहेगा। वहीं, अगर आपके पास सोना नहीं है लेकिन आय स्थिर है और क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो पर्सनल लोन सही विकल्प है।


 


नतीजा

दोनों लोन के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। गोल्ड लोन सस्ता और तेज़ है, लेकिन उसमें सोना गिरवी रखना पड़ता है। पर्सनल लोन में आपको गहनों की चिंता नहीं करनी होती, लेकिन ब्याज दर ज्यादा चुकानी पड़ती है। इसलिए चुनाव करते वक्त अपनी ज़रूरत और repayment क्षमता का ध्यान ज़रूर रखें।

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